Little Known Facts About Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana.
लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।
उत्तर: हां, अधिकतर डर मानसिक होते हैं और सही रणनीतियों से नियंत्रित और समाप्त किए जा सकते हैं।
ध्यान – अधिक जानकारी ध्यान करना सीखें
आप जितना उसे फेस करते हैं, वो उतना ही छोटा हो जाता है
एक कागज पर उस डर को लिखिए जो आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करता है।
रूपल राणा जी ने हमें बताया कि उन्हें अंधेरे में चलने से डर लगता था तो उनके दोस्त ने उन्हें बताया कि वह अपने अंदर के डर को कैसे खत्म कर सकती हैं। उन्होंने नियमित रूप से ध्यान साधना करना शुरु किया। करीब दो वर्षों से वह ध्यान साधना का अभ्यास कर रही हैं और अब उन्हें अंधेरे से डर नहीं लगता।
जैसे: यदि आपका डर कमिटमेंट को लेकर है, तो अपने साथी के साथ खुशी-खुशी रहते हुए अपनी कल्पना करें।
आपका डर क्या है? कभी-कभी केवल यह बताने से या कहने से ही आपको इससे निपटने की ताकत मिल सकती है। इसीलिए इसके बारे में बात करें। इसे लेकर शर्मिंदा ना हो, बल्कि अपने दोस्तों, करीबियों को इसके बारे में बताएं या फिर आप इसे लिख भी सकते हैं। एक जर्नल लें और उसमें लिखें कि आप किस चीज से डरते हैं। जब आप अपने डर को अनदेखा करने की कोशिश करते हैं, तो यह बढ़ता है। जब आप इसका सामना करते हैं, तो यह कम होता जाता है।
ज्यादा डर लगने से होता यह हैं मन में ऐसे get more info विचार और घटनाएं आने लगती हैं, मन ऐसी घटनाओं की कलपना करने लगता हैं जो वास्तव में घटित ही नहीं हुईं होती हैं। यहीं डर लगने का मूल और असली कारण होता हैं अर्थात् डर लगने से आप और डरते हैं।
उससे ऐसे बात कीजिए जैसे वह एक व्यक्ति हो।
स्कूलों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम
ऐसा करने से ही आपका आत्मविश्वास बढेगा और आप अपने अंदर के डर को धीरे धीरे दूर कर पाएंगे.
डर लगने पर हम जो प्रतिक्रिया देते या डर लगने से पहले ही जब हमें पता चल जाए कि, हां, अब मैं डरने वाला हूं, तो हम असानी से अपने डर का उपयोग अपने फायदे के लिए कर सकते हैं।
अपने डर को जज न करें। "अच्छे" या "बुरे" के रूप में तय किए बिना, आपके मन में जो भी भावनाएँ आती हैं, उन्हें स्वीकार करें।